Kaleje-ke-Akshar-Gita-Press-Hindi-Book-PDF

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कलेजे के अक्षर हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Kaleje ke Akshar Hindi Book



इस पुस्तक का नाम है : कलेजे के अक्षर | इस ग्रन्थ के लेखक/संपादक है: हनुमानप्रसाद पोद्दार | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : गीता प्रेस, गोरखपुर | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 36 MB है | इस पुस्तक में कुल 136 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "कलेजे के अक्षर" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Kaleje ke Akshar | Author/Editor of this book is : Hanumanprasad Poddar | This book is published by : Gita Press, Gorakhpur | PDF file of this book is of size 36 MB approximately. This book has a total of 136 pages. Download link of the book "Kaleje ke Akshar" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के संपादकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
हनुमान प्रसाद पोद्दारधर्म, भक्ति, कहानी, साहित्य36 MB136



पुस्तक से : 

'कल्याण' में 'पढ़ो, समझो और करो' शीर्षक में जो जीवन में सात्त्विकता ला देनेवाली, जीवनको उच्चस्तर पर चढ़ा देनेवाली, मानवता का सच्चा स्वरूप बतलाकर उसका विकास करनेवाली एवं भगवान् की ओर लगानेवाली सच्ची घटनाएँ छपती हैं, वे सभी पाठकोंके लिये बड़े ही आकर्षण की वस्तु है उन्हें पुस्तकाकार प्रकाशित करनेके लिये हमारे पास सैकड़ों पत्र आ चुके । अब भगवत्कृपा से उन्हें प्रकाशित करने की व्यवस्था हो पायी है।

 

जेठका महीना है । भीषण गरमी पड़ रही है । जहाँ दुधारू गायें भी सूख गयी हों, वहाँ दूध तो क्या, छाछ का मिलना भी कठिन है । इसी समय हमारे गाँव में एक गृहस्थ ने छाछ का सदावर्त खोला। छाछ गाँव का जीवन है। अतः इस छाछसत्र की बड़ी प्रशंसा हुई । सब ओर आशीर्वाद मिलने लगे ।

 

कुछ वर्ष पहले की बात है— गंगातटपर बसे हुए एक बहुत बड़े नगरमें नवयुवक मित्र गंगास्नान करने जा रहे थे। रास्ते में उन्हें कीचड़ में कोई चमकती हुई चीज दिखलायी दी । उन्होंने कौतूहल वश कीचड़ से उस चीज को निकाल कर देखा तो वह बहुत बहुमूल्य हीरे का हार था— कम-से-कम एक लाख रुपये मूल्य का । वे दोनों स्वयं पहले धनी घरानेके थे, उन्हें हीरों की पहचान थी । उनमेंसे एक मित्र बहुत अधिक अर्थ संकटमें था ।

 

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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