Ras-Gangadhar-Jagannath-Pandit-pdf

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रस गंगाधर पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Ras Gangadhar Book



इस पुस्तक का नाम है : रस गंगाधर | इस ग्रन्थ के मूल रचनाकार हैं : जगन्नाथ पंडित | इस पुस्तक के संपादक हैं : नागेश भट्ट, मथुरा नाथ शास्त्री | इस पुस्तक के प्रकाशक हैं : मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 1.5 GB है | इस पुस्तक में कुल 780 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "रस गंगाधर" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.


Name of the book is : Ras Gangadhar | This book is originally composed by : Jagannath Pandit | Editor of this book is : Nagesa Bhatta, Mathura Nath Sastri | This book is published by : Motilal Banarasidas | PDF file of this book is of size 1.5 GB approximately. This book has a total of 780 pages. Download link of the book "Ras Gangadhar" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के संपादकपुस्तक की श्रेणीपुस्तक का साइजकुल पृष्ठ
नागेश भट्टसाहित्य1.5 GB780



पुस्तक से : 

गङ्गाधरो दिविपत्स्विव रसगङ्गाधरोऽयमलङ्कारशास्त्रप्रन्येष्यद्वितीयः कमपि महिमानमाविष्करोतीति मन्ये मात्र कश्चिदपि विवेकशीलो विद्वान् विवदेत न्यायमीमांसादिशाखसरणिमनुसरन्ती येयं विवेचनापद्धतिः श्रीमदभिनवगुप्तपादा चारलारशाखेरिया, वाग्देवतापरावतारेः श्रीमम्मटमहैः कन्दलिता, श्रीमद प्पय्यदीक्षितप्रभृतिभिः पुष्पिता, सेयं पण्डितराजेतियथार्थ विरुदेव श्रीजगन्नाथ त्रिशूलिना फलवत्तानापादितेति नास्त्यत्र संशयावसरः।

 

साहित्ये यावन्त्येव काव्यानि जनिं लभन्ते साहित्यशास्त्रे काव्यानां गुणदोषरावे पणा तावदेव मर्माभिमुखी संपद्यते, नानाविधानां काव्योदाहरणानां प्रत्यक्षोप लम्भात् । शब्दसाधुत्वानुशासके व्याकरणशास्त्रेऽपि सेयमेव परिस्थितिरनुसंधेया । अत एव हि सोयमनुगम एव तत्र निष्पन्न: - 'उत्तरोत्तरं मुनीनां प्रामाण्यम्' इति ।

 

तत्रभवता मम्मटेन काव्यप्रकाशे प्रोक्तं लक्षणम् -'साधर्म्यमुपमाभेदे' इत्यपि न रमणीयम् पूर्ववद् व्यतिरेकेऽतिव्याप्तिप्रसङ्गात् । किञ्चायं प्रसङ्गः काव्योपस्कार कस्याऽलंकारस्य अत्र 'साधर्म्यम् उपमा' इति सामान्यलक्षणे उपस्कार्या (व्यया) वाच्या लौकिकी अलौकिकी सर्वाप्युपमा अन्तर्भवति । अतः असमर्पकमिदं लक्षणम् ।

 

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


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